इसे अंग्रेजी में Amethyst कहते हैं। इसका रंग जामुनी होता है इसलिए इसे जामुनिया के नाम से भी जाना जाता है। यह नीलम का सबसे ज्यादा धारण किया जाने वाला उपरत्न है। क्योंकि यह प्रभावी होने के साथ साथ बहुत सुंदर भी होता है।
यह ब्राजील और अफ्रीका में पाया जाता है।
वैज्ञानिक रूप से कटेला
यह क्वार्टज श्रेणी का रत्न है जो कि जामुनी रंग का होता है। इसकी वैज्ञानिक संरचना संपूर्ण क्वार्टज के समान ही होती है।
वेदिक ज्योतिष और कटेला
कटेला को शनि के उपरत्न की तरह धारण करवाया जाता है। जब जातक पर शनि के प्रभाव पड़ रहे हो और वह उससे बाहर आना चाहता हो किन्तु कुंडली अनुसार नीलम धारण करना वर्जित हो तो कटेला या जामुनिया धारण किया जाता है।
यदि कोई व्यक्ति नीलम के महंगे दाम के कारण उसे धारण करने की क्षमता न रखता हो तो भी वह कटेला धारण कर सकता है।
पश्चिमी ज्योतिष और कटेला
पश्चिमी ज्योतिष और हीलिंग थेरिपी में यह बहुत महत्वपूर्ण रत्न है। यह फरवरी माह का बर्थ स्टोन है। इसे डीटॉक्सीकेशन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पुराने समय में ग्रीक में लोग इसे अपने पानी के बर्तन में इसी मान्यता के साथ रखते थे। इसके अलावा यह तरल नशे की आदत को भी खत्म करने के लिए विदेशों में धारण करवाया जाता है।
कौन कर सकता है धारण
हर वह व्यक्ति जो शनि के शुभ फल लेना चाहता है और किसी न किसी कारण से वह नीलम धारण नहीं कर पा रहा हो तो उन्हें कटेला धारण करना चाहिए।
इसे भी शनि की साढे साती और ढैया के समय में शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए भी धारण किया जाता है।
इसे नीलम के स्थान पर भी धारण किया जाता है।
कितना वजन का पहनें कटेला
वजन का दसवां हिस्सा या फिर 6 कैरेट के ऊपर कुछ भी धारण करेंगे तो इससे शुभ फल अवश्य प्राप्त होंगे।
कटेला रत्न खरीदते समय सावधानियां:
अगर ज्योतिषीय प्रभाव के लिए कटेला धारण कर रहे हैं तो किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्य लें।
कटेला हमेशा लैब से सर्टिफाइड ही लेना चाहिए। यह जरूर जांच लें कि लैब जो सर्टिफिकेट जारी कर रही है उसमें अपना पूरा पता दे रही है या नहीं।
कटेला खरीदने से पहले उसके प्रकार का अध्ययन कर लें क्योंकि बाजार में कई प्रकार के कटेला उपलब्ध हैं। तो यह तय करना जरूरी है कि आपको कौन सा कटेला धारण करना है।
कटेला खरीदते समय सबसे ज्यादा कन्फ्यूजन उसकी कीमत को लेकर ही होती है। कुछ काफी सस्ते तो कुछ बेशकीमती होते हैं ऐसे में जरूरी है कि आप अपना बजट तय करें और उस बजट में रत्न खरीदें।
Online कटेला खरीद रहें हैं तो एक बार वेबसाइट की रिर्टन और रिप्लेसमेंट पॉलिसी जरूर पढ़ें और रत्न का सेंपल सर्टिफिकेट भी जरूर देंखे।
बेहतर हो की कटेला खरीदने से पहले Amethyst Online Buy करने से पहले वेबसाइट के कस्टमर केयर में जरूर बात कर लें उसके बाद ही कटेला खरीदें।
कटेला से लाभ
वेदिक ज्योतिष के अनुसार जो लाभ व्यक्ति को नीलम धारण करके होते हैं वही लाभ व्यक्ति को कटेला से होंगे लेकिन लाभ की इंटेंसिटी थोड़ी कम होगी।
सामाजिक सम्मान:
शनि देव के प्रभाव से समाज में आपका सम्मान बढ़ता है। लोगों के बीच आपकी छवि एक न्याय प्रीय व्यक्ति की बनती है। लोगों के बीच आपका और आपकी बातों का महत्व बढ़ता है।
उच्च पद देता है:
शनि देव की कृपा से धारण करने वाले व्यक्ति को हर जगह उच्च पद प्राप्त होता है।
सम्पन्नता:
शनि देव दैनिक जीवन की जरूरी चीजों के स्वामी ग्रह है। शनि देव प्रसन्न होते हैं तो व्यक्ति को कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती है। वह जरूरत की हर चीज को प्राप्त करता है और जीवन बिना किसी कठिनाई के गुजारता है।
मेहनत का संपूर्ण फल:
शनि देव न्याय के देवता हैं और इसी कारण से कटेला धारण करने वाले व्यक्ति को उसके कार्य का संपूर्ण फल प्राप्त होता है। वह कुछ भी करे सफलता अवश्य मिलती है।
मजबूत हड्डियां और स्वस्थ शरीर:
शनि देव मानव शरीर की हड्डियां से संबंधित है तो शनि देव के सकारात्मक प्रभाव से मानव शरीर की हड्डियां मजबूत होती है और शरीर को शक्ति प्राप्त होती है।
दृढ़ संकल्प और सकारात्मकता:
शनि देव के प्रभाव शुभ प्रभाव हो तो व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति तेजी से आगे बढ़ता है। आलस्य और ढीलापन छूकर नहीं गुजरता और व्यक्ति दृढ़ संकल्पी बनता है। हर काम को ऐसे व्यक्ति सकारात्मक रवैये से करते हैं तभी सफलता और लोकप्रीयता प्राप्त करते हैं।
उत्पत्ति के आधार पर कटेला:
कटेला या जामुनिया ब्राजील और अफ्रीका में पाया जाता है ब्राजील का कटेला ज्यादा सुंदर होता है और इसकी मांग भी काफी रहती है। यह 500 रू प्रति कैरेट से 1500 रू प्रति कैरेट या उससे भी अधिक में प्राप्त होता है। जबकि अफ्रीका के कटैला थोड़े कम सुंदर होते हैं और 200 रू प्रति कैरेट से 800 रू प्रति कैरेट के बीच होती है।