विवरण
हनुमान जी के स्परूप में खुद में समाहित किए हुए यह रूद्राक्ष अति शुभ देने वाला होता है। यह भगवान शिव के अंश श्री हनुमान जी का प्रती है और धारण करने वाले को हर संकट और आभाव से उबारता है।
व्यापार और कलात्मक कार्यो में यदि आप हैं तो यह रूद्राक्ष धारण करना सबसे उपयुक्त है। संतान प्राप्ति में आ रही बाधाओं को भी यह रूद्राक्ष दूर करता है।
दुर्घटना और असमय मृत्यु के भय को भी यह रूद्राक्ष समाप्त करता है।
- मंत्र: ऊं रों शों नम: ऊं नम: का जप करने से इस रूद्राक्ष के फल कई गुना बढ़ कर प्राप्त होते हैं
- देवता: हनुमान जी से संबंधित यह रूद्राक्ष सर्वसुख के लिए धारण किया जाता है।
- ग्रह: मंगल ग्रह से संबंधित यह रूद्राक्ष कर्ज मुक्ति के लिए और व्यापार के लिए बहुत अच्छा उपाय है
- राशि: मेष और वृश्चिक राशि से संबंधित है किन्तु इसे कोई भी राशि वाला व्यक्ति धारण कर सकता है।
- उत्पत्ति:नेपाल
धारण करने से लाभ
- प्रतिभावान होने के बाद भी अगर आपको सही स्थान या काम नहीं मिल रहा है तो इसके उपाय स्वरूप 11 मुखी रूद्राक्ष धारण करना विशेष शुभफल देता है।
- यह धारण करने वाले व्यक्ति को कर्मण और कृतज्ञ बनाता है।
- अगर आपके व्यापार में स्थिरता नहीं आ रही है तो यह उपाय सबसे उत्तम है। इससे व्यापार में स्थिरता आएगी और व्यापार में वृद्धि के नए आयाम बनेंगे।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर शरीर की काया को निरोगी रखने के लिए भी इसे धारण किया जाता है।
- इस रूद्राक्ष को पूरी आस्था से धारण कर रोज सुबह श्री हनुमान जी की स्तुति या स्मरण किया जाए तो संसार में ऐसा कुछ भी नहीं है जो आपकी पहुंच से दूर हो।
कैसे करें धारण
दिन समय और संपूर्ण धारण विधि इसके साथ लिख कर भेजी जाती है।