यह कालाग्नी रूद्राक्ष के नाम से भी जाना जाता है। आध्यात्मिक ज्ञान, आंतरिक ऊर्जा शक्ति, धर्म से जुड़े कार्य और अचूक ज्योतिषीय गणना के लिए इसे धारण किया जाए तो बहुत अच्छे फल प्राप्त होते हैं। इसे धारण करने पर स्वाभाव में सौम्यता आती है और व्यक्ति जिम्मेदार बनता है।
मान सम्मान में वृद्धि, श्रेष्ठ लोगों का संगत और तेजस्वी व्यक्तित्व की प्राप्ति के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष को धारण करना बहुत श्रेष्ठ माना जाता है।
मंत्र: ऊं ह्रीं नम: मंत्र के जाप के साथ इसे धारण करना इसके फल को कई गुना बढ़ा देता है।
देवता: कालाग्नी रुद्र से संबंधित रूद्राक्ष होता है पांच मुखी रुद्राक्ष।
ग्रह: बृहस्पति इस रुद्राक्ष से संबंधित हैं।
राशि: धनु और मीन राशि के जातकों के लिए यह भाग्यवर्धक होता है।
उत्पत्ति: नेपाल के सर्वश्रेष्ठ रुद्राक्ष
पांच मुखी रुद्राक्ष के लाभ:
अगर आध्यात्मिक ज्ञान की तलाश में हैं तो 5 मुखी रूद्राक्ष को अवश्य धारण करें और अपनी साधना में लग जाएं।
शरीर को कई बीमारियों से बचाने के लिए भी इसे धारण करना बहुत लाभदायक माना गया है।
तनाव से गुजर रहे हैं तो पांच मुखी रुद्राक्ष आपके लिए बहुत लाभकारी होगा।
मंगल कार्य जैसे विवाह, संतान प्राप्ति आदि में समस्या हो तो भी पांच मुखी रुद्राक्ष एक प्रभावकारी ऊपाय है।
काला जादू का प्रभाव अगर आपको घेरे हुए है तो भी पांच मुखी रूद्राक्ष धारण करना बहुत लाभकारी होगा।
भगवान शिव, भगवान विष्णु, भगवान गणेश, सूर्य देव तथा मां दुर्गा के आशीर्वाद का प्रतीय यह रुद्राक्ष सभी ज्योतिषीय उपायों में सबसे श्रेष्ठ माना गया है।
कैसे करें धारण
इसको धारण करने की संपूर्ण विधि लिख कर भेजी जाती है।