विवरण
पृथ्वी पर प्राप्त होने वाली सभी चीजों में सबसे श्रेष्ठ 14 मुखी रूद्राक्ष को सर्वसुख प्राप्ति के लिए धारण किया जाता है। यह भगवान शंकर का स्वरूप है और ग्रहों में शनिदेव से संबंधित है।
ध्यान की चरम अवस्था को प्राप्त करने के इच्छुक व्यक्तियों को इसे अवश्य धारण करना चाहिए।
सरल भाषा में कहा जाए तो यह सर्वकार्य सिद्धि रुद्राक्ष है और हर प्रकार की मनोकामना इसको धारण करने से पूरी होती है।
- मंत्र: ऊं नम: शिवाय का जप करें तो शीघ्र फल प्राप्त होते हैं।
- देवता: भगवान शिव हैं।
- ग्रह: शनि इस रुद्राक्ष से संबंधित ग्रह हैं।
- राशि: मकर और कुंभ राशि से संबंधित है किन्तु कोई भी राशि का जातक इसे धारण कर सकता है।
- उत्पत्ति: नेपाल
14 मुखी अभिमंत्रित रुद्राक्ष के लाभ
- कुंडलिनी जागरण के लिए इससे बेहतर कोई दूसरा ऊपाय नहीं है। यह छठी इंद्री को प्रबलता देता है और धारण करने वाले व्यक्ति को अध्यात्म के चरम पर ले जाता है।
- हर प्राकर की बाधा को दूर कर आपको सफलता के चरम तक ले जाने की क्षमता रखता है ये रूद्राक्ष।
- सब कुछ सही होने के बाद भी यदि संतुष्टि न मिल रही हो तो इस रुद्राक्ष को अवश्य धारण करना चाहिए क्योंकि यह मन को एकाग्र कर जीवन को उसके वास्तविक लक्ष्य की ओर ले जाता है।
- शनि देव के प्रभाव की विभिन्न अवस्थाओं में इसे धारण करने से शनि देव के शुभ फल ही प्राप्त होते हैं।
कैसे करें धारण
इसे धारण करने के विशेष मुहुर्थ होते हैं इसलिए इसे प्राप्त करें और हमसे संपर्क करें तो धारण करने के बाद का सबसे शुभ मुहुर्थ देखकर आपको विधिवत धारण करने की सलाह दी जाती है।