विवरण
भगवान शिव और मां गौरी का स्वरूप यह रुद्राक्ष बहुत ही पावन और सुख देने वाला है। यह भौतिक और दाम्पत्य जीवन में प्रेम और सद्भावना बनाए रखने के लिए धारण किया जाता है। यह भगवान शिव के अर्धनारिश्वर स्वरूप को दर्शाता है।
कौन करें धारण:
- ऐसे लोग जिनके विवाह में बाधाएं आ रही हों उन्हें यह रूद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। यह सभी ग्रहों के दोषों को दूर कर शीघ्र विवाह के योग बनाता है।
- विवाह के उपरांत यदि दाम्पत्य जीवन में कष्ट या कलेश हो तो इसे धारण करने से पति पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है।
- इसको धारण करने से व्यक्तित्व आकर्षक रहता है और अधिकाधिक शुभकार्यों में शामिल होने का अवसर प्राप्त होता है।
- अपने जीवन साथी को या अपने मित्र को या ऐसे किसी भी व्यक्ति को जिन्हें आप कभी खोना नहीं चाहते उन्हें यह रूद्राक्ष उपहार स्वरूप दें। यह दोनों के बीच प्रेम को बढ़ाएगा।
धारण विधि:
हमारे ज्योतिषाचार्य द्वारा इस रूद्राक्ष को मनोकामना के अनुसार विशेष नक्षत्र में धारण करवाया जाता है इसलिए इसे प्राप्त करने के बाद हमारे हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल करके इसे धारण करने की विधि और समय बताया जाता है।