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गोमेद रत्‍न

विवरण


अंग्रेजी में इसे Hessonite ही कहा जाता है। यह राहू ग्रह से संबंधित रत्‍न होता है। क्‍योंकि राहू क्रूर ग्रह है इसलिए गोमेद को हमेशा किसी अच्‍छे ज्‍योतिषाचार्य से परामर्श के बाद ही धारण करना चाहिए।

वैज्ञानिक संरचना

गोमेद गार्नेट श्रेणी का रत्‍न है। कैल्‍शियम एल्‍यूमिनीयम इसकी संरचना में पाए जाते हैं। इसका रसायनिक फार्मुला Ca3Al2(SiO4)3 होता है। यह उत्‍तपति के आधार पर भूरा लाल और पीले रंग का होता है। कुछ गोमेद काले रंग के भी होते हैं। इसमें लौह तत्‍व और मैंगनीज काफी मात्रा में पाया जाता है जो कि इसका रंग तय करते हैं।     

वेदिक ज्‍योतिष और गोमेद  

वेदिक ज्‍योतिष में राहू को पूर्ण ग्रह का दर्जा नहीं दिया गया है। इसी तरह का ये प्रभाव भी देते हैं। राहू मन और सोच का भटका देता है और जब ज्‍योतिषाचार्य यह देखते हैं कि राहू प्रभाव नहीं दे रहा है तो गोमेद धारण करने की सलाह दी जाती है।

नशा जुआं आदि की लत से छुटाकारा पाने के लिए भी राहू को देखा जाता है इसलिए इसके लिए भी गोमेद धारण करवाया जाता है।

अचानक घन प्राप्‍ति के मार्ग भी राहू खोलता है इसलिए इससे संबंधित आंकलन के बाद गोमेद ही धारण करने की सलाह दी जाती है।  

पश्‍चिमी ज्‍योतिष और गोमेद  

पश्चिमी ज्‍योतिष के आधार पर गोमेद रत्‍न को जनवरी माह का स्‍टोन कहा जाता है। इस माह में जन्‍में लोगों के लिए यह लकी स्‍टोन होता है। पश्‍चिमी ज्‍योतिष में गोमेद को नकारात्‍मक ऊर्जा को दूर रखने के लिए और शरीर में खून की कमी होने पर धारण करने की सलाह दी जाती है।   

कौन कर सकता है धारण

यह राहू का रत्‍न है तो ऐसे लोग जिन्‍हें कुंडली में राहू की उपस्थिति के कारण पीड़ा उठानी पड़ रही है उसे यह रत्‍न अवश्‍य धारण करना चाहिए।     

अगर राहू की महादशा चल रही हो या अंतरदशा हो तो भी इसे धारण करना बहुत अच्‍छे फल देता है।

कितना वजन का पहनें गोमेद  

गोमेद प्रभावशाली रत्‍न है अत: कुछ ज्‍योतिषाचार्य इसे शरीर के वजन का 10वां हिस्‍सा धारण करने की सलाह देते हैं। ज्‍योतिष विज्ञान की कुछ थ्‍योरी यह भी कहती है कि गोमेद   5.25 रत्‍ती से ज्‍यादा धारण करना चाहिए इसके अलावा अगर बहुत उच्‍च स्‍तर का गोमेद हो तो वह कम से कम धारण करने पर भी प्रभावकारी होता है।

गोमेद रत्‍न खरीदते समय सावधानियां:

गोमेद से लाभ

राहू से संबंधित इस रत्‍न को धारण करने के लाभ:   

एकाग्रता में वृद्धि :

राहू जहां मन को चंचल बनाता है वहीं अगर इसे सही फल देने की स्थिति में लाया जाए तो यह एकाग्रता देता है और लक्ष्‍य के प्रति सनक देता है जो व्‍यक्ति को मनचाही सफलता तक ले जाता है।      

धन धान्‍य के लिए:

राहू अचानक धन प्राप्‍ति के मार्ग बनाता है। जिसका राहू अच्‍छा होता है वह व्‍यक्ति बिना मेहनत के धन कमाने के तरीके जानता है। ऐसा व्‍यक्ति जुएं और सट्टे से खूब लाभ कमाता है।   

भय मुक्ति के लिए:

राहू मन से सारे भय समाप्‍त कर देता है। यह अचानक मृत्‍यु के भय दुघर्टना आदि के भय को समाप्‍त कर व्‍यक्ति को निडर बनाता है।

प्रेत बाधा से मुक्ति:  

राहू का रत्‍न गोमेद धारण करने पर प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है तथा किसी भी प्रकार की ऊपरी बाधा छूकर नहीं गुजरती।     

उत्‍पत्ति के आधार पर गोमेद  :  

बाजार में मुख्‍य रूप से तीन प्रकार के गोमेद होते हैं।

श्रीलंकन गोमेद  : यह बहुत कीमती और सुंदर होते हैं। ये पारदर्शी होते हैं और इनको देखकर ऐसा लगता है जैसे इनके अंदर गौमुत्र तरल भरा हो। भारतीय बाजार में इनकी कीमत 1000 रू प्रति कैरेट से शुरू होती है और 1.5 लाख या उससे अधिक प्रति कैरेट तक होती है।    

अफ्रीकन गोमेद  : यह सुंदर हल्‍के भूरे रंग से वाइन के रंग की तरह होते हैं। यह भारतीय बाजार में 600 रू प्रति कैरेट से 10000 रू प्रति कैरेट या उससे भी अधिक होती है।  

भारतीय गोमेद: यह गहरे काले रंग का होता है लेकिन जब प्रकाश के संपर्क में आता है तो गहरे लाल रंग की आभा साफ दिखाई देती है। कुछ ज्‍योतिषाचार्य इसे सबसे ज्‍यादा प्रभावशाली मानते हैं। कीमत कम होने के कारण इसका प्रचार प्रसार कम हुआ है। यह 200 रू प्रति कैरेट से शुरू होता है और 7000 रू प्रति कैरेट तक में उपलब्‍ध होता है।