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गोदंती रत्‍न

विवरण


अंग्रेजी में इसे Moon Stone कहा जाता है। यह चंद्रमा ग्रह से संबंधित उपरत्‍न होता है। इस रत्‍न की पौराणिक मान्‍यता बहुत है। कभी कभी यह देखा गया है कि चंद्रमा के प्रभाव के लिए यह मोती से ज्‍यादा प्रभावी होता है। इस रत्‍न की छटा चंद्रमा के समान होती है। श्रीलंकन गोदंती देखने में ऐसा प्रतीत होता है जैसे पानी से भरी हुई कोई क्रिस्‍टल बॉल हो।

ऐसा कहा जाता है कि यदि इसे पूर्णिमा के दिन चांद की रोशनी में रख दिया जाए तो इसमें से स्‍वत: ही ओस की बूंद टपकने लगती है।

वैज्ञानिक संरचना

गोदंती फेल्‍डस्‍पार श्रेणी के रत्‍न होते हैं। यह रसायनिक रूप से सोडियम पोटेशियम एल्‍यूमीनियम सिलिकेट होते हैं।      

वेदिक ज्‍योतिष और गोदंती 

वेदिक ज्‍योतिष में चंद्रमा सबसे महत्‍वपूर्ण ग्रह माना गया है और गोदंती उसी चंद्रमा का उपरत्‍न है। इसे चंद्रमा ग्रह के अच्‍छे फल प्राप्‍त करने के लिए धारण कराया जाता है। 

वेदिक ज्‍योतिष में ऐसा माना जाता है कि किसी बालक के जन्‍म के समय चंद्रमा की स्थिति यह तय करती है कि बालक वैचारिक रूप से कैसा होगा और उसकी मानसिक स्थिति कैसी होगी।

यह देखा गया है कि जिन बच्‍चो को जन्‍म के बाद से ही परेशानियां और बीमारियां घेर लेती हैं उनकी कुंडली में चंद्रमा बहुत कमजोर होता है। अत: बच्‍चों को धारण करवाने के लिए यह सबसे उपयुक्‍त रत्‍न है।

पश्‍चिमी ज्‍योतिष और गोदंती 

पश्चिमी ज्‍योतिष के आधार पर गोदंती उपरत्‍न को जून माह का स्‍टोन कहा जाता है। इस माह में जन्‍में लोगों के लिए यह लकी स्‍टोन होता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर इस हीलिंग स्‍टोन को नाबी पर रखकर थोड़ी देर छोड़ दें तो इसकी शीतलता से व्‍यक्ति की पूरी थकान कुछ ही देर में उतर जाती है।   

कौन कर सकता है धारण

यह चंद्रमा  का उपरत्‍न है और चंद्रमा मातृ सुख एकाग्रता और मन का कारक है इसलिए इनसे संबंधित लाभ प्राप्‍त करने के लिए चंद्रमा के उपरत्‍न गोदंती को धारण किया जाता है।    

अगर चंद्रमा  की महादशा चल रही हो या अंतरदशा हो तो भी इसे धारण करना बहुत अच्‍छे फल देता है।

शुभ फल देने की स्थिति में होने के बाद भी अगर चंद्रमा के शुभ फल न मिल रहे हों तो भी इसे अवश्‍य धारण करना चाहिए। 

कितना वजन का पहनें गोदंती 

गोदंती प्रभावशाली उपरत्‍न है अत: कुछ ज्‍योतिषाचार्य इसे शरीर के वजन का 10वां हिस्‍सा धारण करने की सलाह देते हैं। ज्‍योतिष विज्ञान की कुछ थ्‍योरी यह भी कहती है कि गोदंती 5.25 रत्‍ती से ज्‍यादा धारण करना चाहिए इसके अलावा अगर बहुत उच्‍च स्‍तर का गोदंती हो तो वह कम से कम धारण करने पर भी प्रभावकारी होता है।

गोदंती उपरत्‍न खरीदते समय सावधानियां:

गोदंती से लाभ

फ्रेश वाटर कल्‍चर मोती इतना ज्‍यादा उपलब्‍ध है कि लोगों की जानकारी अच्‍छे मोती और गोदंती दोनों को लेकर बहुत सीमित है। लेकिन इसके बाद भी गोदंती के फायदे बहुत हैं:    

शांत मन और दिमाग:

गोदंती धारण करने से मन शांत और शीतल रहता है। व्‍यक्ति किसी भी क्षण उत्‍तेजित होकर कोई निर्णय नहीं करता है। यह मन शांत रखता है।  

धन सुख के लिए:

गोदंती रत्‍न धन आदि से संबंधित कामों में तेजी से नए मार्ग खोलता है और धारण करने वाले व्‍यक्ति के लिए धन प्राप्‍ति के मार्ग बनते हैं।   

बच्‍चों के लिए:

बच्‍चों में 14 साल की उम्र तक केवल और केवल चंद्रामा का प्रभाव ही रहता है। इस कारण से जिन बच्‍चो में चंद्रमा सही होता है वह खेल कूद पढ़ाई लिखाई हर क्षेत्र में बेहतरीन करते हैं लेकिन जिनका चंद्रमा खराब रहता है उनका बचपन उनके लिए संघर्ष बन जाता है। इसलिए बच्‍चों को गोदंती अवश्‍य धारण करवाना चाहिए।      

उत्‍पत्ति के आधार पर गोदंती :  

बाजार में मुख्‍य रूप से दो प्रकार के गोदंती आते हैं पहला भारतीय गोदंती और दूसरा श्रीलंकन।

भारतीय गोदंती : यह पूरी तरह ट्रांसपेरेंट नहीं होता। यह श्रीलंकन के मुकाबले काफी सस्‍ता मिल जाता है यह ज्‍योतिषीय रूप से प्रभावी होता है। इसकी कीमत 200 रू प्रति कैरेट से शुरू होती है।    

श्रीलंकन गोदंती: यह सुंदर और ट्रांसपेरेंट होता है। देखने में बहुत सुंदर होते हैं और उसी के अनुसार इसकी कीमत भी होती है। यह 450 रू प्रति कैरेट से शुरू होते हैं और 1200रू प्रति कैरेट या उससे अधिक में उपलब्‍ध होते हैं।